किसी मशहूर शायर के शायरी की तरह हो तुम,
किसी छोटे बच्चे के हसीन ख़्वाब की तरह हो तुम,
मैं तो तुम्हें चाँद भी नहीं केह सकता क्यों कि चाँद में भी दाग होते हैं और बेदाग हो तुम।


         -AlishaNadaf